THE HINDI POETRY DIARIES

The Hindi poetry Diaries

काका हाथरसी की हास्य कविता: ...कहें 'काका', कवि 'बच्चन' ने पीकर दो प्याला क्या कहता है, रह न click here गई अब तेरे भाजन में हाला, नशा न भाया, ढाला हमन

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